किसी विरहणी का सुहाग न मिले अंधेरों में। किसी विरहणी का सुहाग न मिले अंधेरों में।
उसने बहुत से घरों का निर्माण किया है उसने बहुत से घरों का निर्माण किया है
रुको रुको पास तो बैठो। रुको रुको पास तो बैठो।
मन के खोखलेपन को अब ना मंज़िल की रुकावट बनने दे। मन के खोखलेपन को अब ना मंज़िल की रुकावट बनने दे।
चैन बहुत दूर रहे मन श्रम से चूर रहे जीवन की राहों पर काँटे भरपूर रहें चैन बहुत दूर रहे मन श्रम से चूर रहे जीवन की राहों पर काँटे भरपूर रहें
सब्र रख सब्र रख